*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“25/7/2021”*🌫️ ☁️ *“रविवार”*☁️ कभी आपने “कुएं” या “होद” इत्यादि में “जल खीचने” के लिए “बाल्टी” डाली है,आप देखेंगे अगर “बाल्टी” जल पर “सीधी” गिरती है तो उस बाल्टी में “जल प्रवेश” नहीं करता है लेकिन जब “बाल्टी” जैसे जैसे “झुकने” लगती है और उसमें “जल प्रवेश” कर जाता है यहां एक महत्वपूर्ण “सीख” है कि संसार के हर एक “व्यक्ति” को “विनम्र” होना चाहिए, आपने देखा होगा कि “घास” “तूफान” में भी खड़ी रहती है क्योंकि वह “झुक” जाती है और “पेड़” तना रहता है इसलिये “धाराशायी” हो जाता है,झुक वही सकता है जो “विनम्र” होगा अर्थात “तूफान” से भी वही “जूझ” सकता है। इसलिए आप “स्वयं को विनम्र” बना दिजिए आपको “बड़ों का साथ” भी प्राप्त होगा और “सफलता का साथ” भी प्राप्त होगा, *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“25/7/2021”*🌫️ ☁️ *“रविवार”*☁️ #“कुएं” #“जल खीचना”