कहानिया जिंदगी कुछ अजीब लिखती है होती कुछ है और कुछ अजीब दिखती है। तेरा दर्द सहना भी कमाल है औरत। अक्सर एक औरत ही देती है और औरत ही लिखती है और वैसे कमाल की होती है जिंदगी कागज़ की, महँगी दिखती है पर सस्ती बिकती है।। यूँ तो लाल रंग बिना एक नारी का जीवन सूना है!! दास्तान-ए-लाल रंग भी सुनो जरा उसे क्या कहना है_।। जितना लाल रंग एक मर्द अपने जिस्म में ले कर गुमान करता है!! उतना वो चार दिन में बहा देती है फिर भी ये जग , न उसका सम्मान करता है _।। एक नारी की मांग में सजे तो उसकी ज़िन्दगी सवार देता है!! अगर गिरे रंग दामन पर तो उसकी ज़िन्दगी उजाड़ देता है_।।