किस्मत का खेल निराला है सबको पागल कर डाला है किस्मत वालों का क्या कहना हाथों में मधु का प्याला है आंखों में एक चमक है और पूरा संसार हमारा है। किस्मत की बाजी कड़वी है काफी दूर किनारा है जिसने किस्मत का साथ दिया हाथों में उसके छाला है किस्मत के पीछे जो भी चला समझो वो तो मतवाला है। किस्मत के राज अनोखे हैं आंखों में सपने सितारों के हाथों में हाथ हजारों के हर तरफ एक किनारा है आंखों से सच भी झूठ दिखे किस्मत वो जादू काला है। किस्मत चाबी का ताला है जिसने भी विष का पान किया उसे मिलता मधु का प्याला है किस्मत एक फटा पुराना सा मेला बदबूदार सा जर्जर भ्रम का एक दुशाला है। किस्मत उन सब का जीजा है जो भी किस्मत का साला है किस्मत रंगों का इंद्रधनुष कहीं गोरा है,कहीं काला है किस्मत है इत्र सुगंधित सा जिसने गले में डाला है। किस्मत की हवा सुहानी है किस्मत की रीत पुरानी है किस्मत के आगे सभी झुके फिर क्या नर है ,क्या नारी है किस्मत दिखती तो हल्की है पर होती सचमुच भारी है। किस्मत सपनों का ठेला है किस्मत एक बड़ा झमेला है किस्मत तो सबके साथ चले फिर क्या अच्छा क्या मेला है किस्मत स्वप्न से ऊपर है और स्वप्न ही इसका चेला है। किस्मत का बेटा धोखा है मान जा भाई मौका है हाथों की लकीरें चेली है किस्मत बिल्कुल थेली है ना जाने कब किस ओर झुके अब तेरी हैं कल मेरी है। #किस्मत