ग़मे मुहब्बत में शाम यूँ गुज़रती गई जाम छलकते गये समा बनता गया खुद को भूल बैठा मगर वो फिर भी याद आता रहा कोई बात बेवजह नहीं होती। #कोईवजह #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #poem #kavita #love #shayari