#Exploration#shayri#Waqt#Zaroor#mazboor
वक़्त पड़े पर तुम मुझसे बताना ज़रूर
मैं तुम्हारे दुखती रागों पर हाथ रखूंगा जरूर
ज़रुरत और समय आने पर वही लोग सॉरी दोस्त! मैं तुम्हारी कोई भी मदद नहीं कर सकता हूँ
क्योंकि मैं हूँ थोड़ा सा मजबूर
वक्त-वक्त की बात है साहब