रिश्तों में दरार यूं ही नहीं पड़ी इन रिश्तों में दरार तुमने कुछ जख्म अता कर दिए होंगे कोई अपनों से बिछड़ के खुश नहीं होता किसी ने उन के कान भर दिए होंगे vedaant hansabat #कविता रिश्तों में दरार