सच को झूठ , झूठ को सच बनते देख अंधे बन जाना ये तुम्हारी आदत है , इसमें मेरा क्या कसूर .... मैं तो बस सच्चाई लिखता हूं , ये मेरी आदत है और मैं तो हूं ही आदत से मजबूर । ©Ritik Anand #aadatsemajboor