अपनी जगह पर, ज़मीं चांँद सितारे हैं। अपनी जगह पर,जीव जंतु सारे हैं। बची नहीं मानव में,मानव की मानवता। मानव नहीं मानव,ये सारे हत्यारे हैं। पापी, लोभी, भोगी हैं ये,हुए कामी, क्रोधी हैं ये। शिक्षित भी अशिक्षित,ये सारे नकारे हैं। जाति, वर्ग, धर्म, बांँटे,बांँटा यह जग सारा। माता और पिता के भी,हुए बंँटवारे हैं। मनहरण घनाक्षरी छंद लिखने का दूसरा प्रयास। कृपया उचित मार्गदर्शन करें ।✍️✍️🙏😊 #अपनीजगहपर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #छंदविचार #घनाक्षारी_छंद #मनहरणधनाक्षरी #छंद_अभ्यास