कुछ इस तरह खामोशी का मँजर छाया है ना तेरी आवाज आयी और ना मेरी धड़कने सुनाई दीँ ये खामोशी भी अँधेरा है साया है ना तु कहीँ नजर आयी और ना कोई मुझे देख पाया है . ये खामोशी भी एक अदा है कत्ल करने की ना किसी को पता चला कि अश्क कितने बहे है और कितना लहू बह आया है . ये खामोशी एक सजा है ना तु उदास है और ना मेरा दिल चैन से सो पाया है . खामोशी है धड़कने रुकने की दिल खामोश और जबाँ पर भी कुछ ना आया है बस खामोश नजरेँ देख कर मेरी नज़रे भी खामोश हो गयी खामोशी के आग़ोश मेँ सदा के लिए सो गयी... Pic : me #khamoshi #खामोशी #अलविदा #फिरमिलेंगे #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #दोस्ती #दुनिया