रहगुज़र मे खो गया था हमसफ़र मेरा यहीं मेरी हसी ने छिपा लिये थे सारे-दर्द भितर कहीं जज़्बात मेरो ने आज काफ़िर बन मुझसे इज़ाजत मांगी नहीं निकल पडे ज़न्ज़ीरे छुडा वही अपने हमवतन कहीं ! -मन से! #writersofnojoto #writersofinsta #gifs #oneliners #hindikavita #nightwriter