मैं एक आजाद भारत की महिला हूं मैं आजाद भारत में जन्मी हुई , आजाद ख्यालों वाली महिला हूं। आजाद भारत में शिक्षा संस्कार संस्कृति आजाद वाले विचार रखती हूं। आजाद भारत की तरह मैं भी थोड़ी सी जिद्दी हूं अपनी आजादी के लिए अपनों से भी लड़ पड़ती हूं। आजाद भारत की तरह मेरे भी अनेक रंग है हर एक नई जंग में अलग ही एक तरंग है गुलाब भारत में तो सीता बनाकर जंगल में छोड़ आए, तू कभी सतयुग में सती बनाया है तू कभी मीरा के नाम पर जहर पिलाया है । तू कभी महिला होने पर ही हमको अभिशाप बताया है। लेकिन अब आजाद भारत में जन्मी हूं किरण बेदी, कल्पना चावला , सानिया नेहवाल बनकर आजाद भारत का परचम लहराया है। आजाद भारत के आजाद पद पर बैठकर देश की सुरक्षा और सीमा पर हमने भी बीड़ा उठाया है कभी खाकी वर्दी पहन कर तो फौज वाली मस्तानी भारत की आजाद हसीनों ने भी सर पर कफन हाथों में तिरंगा थामा है। आजाद भारत की हम भी वीरांगना आए हैं, हर दिन हमने भी आजाद भारत का जश्न बनाया है आजादी की मसाल दिल में जला कर हमने भी कंधे से कंधा मिलाया है हम भी आजाद भारत की महिलाएं हैं आजाद भारत के हिंद के गाने हमने भी गुनगुनाए हैं सच कहूं तो आजाद भारत में पैदा होकर हमने भी आजादी के तराने गुनगुनाए है। मैं आजाद भारत की सशक्त महिला हूं 🇮🇳जय हिंद 🇮🇳 ©Reena Tekam #celebration मेरे द्वारा लिखित कविता