जब छोड़कर ही जाना था ताे क्यों पास आयी तुम, सोचा ज़िंदगी जीने का जैसे कोई मक़सद हो तुम । नज़रें मिली, बातें हुई, प्यार हुआ, इकरार भी हुआ, मगर अब तुम साथ नहीं और इस मर्ज़ की दवा किसी और के प्यार में नहीं । #maksad #pyaar #ikraar #dard #mariz_e_isq