ये फूलों का दस्ता ख़तरनाक है । मुहब्बत का रस्ता खतरनाक है । किताबें तो अपनी जगह ठीक हैं । मगर दिल का बस्ता खतरनाक है । # vineet aashna sir# ©Azeem Khan #vineet aashna sir poetry#