पहल्यां शुरुआती दिना मै "पागल" कर देगी वा थमनै इसा जादू चलावैगी "आंख्या" तैं फंसा लेगी अपणे इश्क़ आळे "झाळ" मै अपणी "मीठी मीठी" बात्या तैं फेर "इश्क़" ओर बढ़ता जागा , सपने बणणे शरू हो ज्यांगे फेर थोड़े दिन बीच मै "तकरार" चालेगा फेर एकदम सब कुछ नॉर्मल हो ज्यागा अर इब उसनै न्यू बेरा पाट गया अक थाम उस बिना कोनी रह सको तो समझल्यो बावजी इब उड़ै उस रिलेशनशिप मै एक "मजबूरियां" का बड्डा सारा "पहाड़" खड़या हो ज्यागा इब वो माणस जागा थारी जिंदगी तैं बेशक्क उसनै रोकण की कितणी ए नाकाम कोशिस कर ल्यो उसनै जाणा है अर वो जेगा थम बेशक्क गैंड ताईं हंगा ला ल्यो वो नही रुके इब उरै एक मिनट भी उसकै नही पड़ता घण्टा फर्क भी ... थाम इब बेशक्क मरो चाहे ,जीवो इब वो माणस तो दूसरी देखण आवै नही ... इब नशे करोगे या मेहनत इब यो थारै हाथ म्ह है 😊😊