Dear Home अपनों से मिला मुझको, घर-ए-आइना सुन्दर। न इसको तोड़ पाऊँ मैं, न ही रहने के काबिल है। ये करता रूबरू मुझको-मुझी से, हर वक्त हर सांसें, कभी गलती दिखता तो, कभी साहिल बनता है। Inspired by the lines of #kanchan_tiwari Ma'am🙏🙏.......... #Home #life #adityawrites Lucifer..👑 आशीष त्रिपाठी अश्क prajjval awadhiya "आज़ाद मन" 😊