लब्जों में जता सकूँ हमारे रिस्ते को, वो लब्ज है ही नही जमाने मे कैसे लिखूँ भावनाओं को उनके लिए कोई भाषा ही नही जमाने मे तू साथ थी मेरे जब भी जब छोड़ा था जमाने ने छोड़ दे दुनियां कोई गम नही,तू जो साथ है मेरे इस जमाने मे दुआ है रब से तू खुश रहे, हँसती और मुस्कराती रहे हर बार अपने जन्मदिन पर ऐसे ही केक खाती रही।। sonam sharma #Happy_Birthday_Deepika Nitin Chauhan