हिंसा का दौर सिर्फ़ हमारे देश तक ही सीमित नहीं।। कत्लोगारत हो रही हर तरफ़ बचा इससे कोई नहीं।। कहीं युद्ध तो कहीं आतंक ने कोहराम मचाया है।। हम अशांत हैं ये सच है मगर देखो उधर यहां मातम छाया है।। #gandhi #aaveshvaani #janmannkibaat #voilence #nonvoilence #YourQuoteAndMine Collaborating with Ashok Mangal