मुश्किलों का अंधेर था, बिखरा पड़ा हर ढ़ेर था, फ़िर भी काल के कपाल पर आप लिखते गए, हर घाव को शब्दों से भरते रहे । चुनौतियां तो तन कर खड़ी थी, संघर्ष से हर कड़ी जुड़ी थी, पर आप ज़िन्दगी को जी भर जीते रहे, काल के कपाल को शब्दों में पिरोते रहे । हार न कभी मानी थी, देश को नई राह पर ले जाने की ठानी थी, सपनों को पूरा करने आप चलते रहे, काल के कपाल पर नए गीत बुनते रहे। ज़िन्दगी खुश खड़ी थी, बंध गई जो आपसे उसकी हर कड़ी थी, मौत को भी अब कोई ग़म न था, क्योंकि कब्र पर मुस्कुराती , आपकी ज़िन्दगी खड़ी थी। #yqdidi #atalbiharivajpeyee #atalviharivajpayeji #atalji #ripatalji #atalviharivajpayeji #yqdidiquotes #yqdidihindi