मैंने जाकर देखा है मुहब्बत को हर एक उस गलियारे में, तरासा है मैंने मुहब्बत को हर एक दरवाजे में, महफ़िल भी देखी, परवानो को तरह जलाया भी, बस नही तरासा खुद को, बेवफाओं की महफ़िल में।।। hello friends