मैं करती रही बेदादे इंतज़ार अपने शम्स-ओ-कमर पर, वो बेहया दिखा गया अपनी सारी शराफ़तें चंद रिवायतों पर !! ग़म-गुसार:- हमदर्द, एतिबार :- भरोसा बेहया:- बेशर्म शम्स -ओ - कमर :- सुबह से शाम रिवायतें :- सुनी सुनाई बातें बेदादे :- बेमिसाल #alpanas#collabwithकोराकाग़ज़ #loveekdokha #4everluv