तेरा साथ मिला तो मेरे मन की बगिया में, प्यार गुल से गुलशन हो गया। तनहाइयां सब मिट गई और जीवन तेरी खुशबू की महक से महक उठा। हमारे प्यार की सच्चाई और गहराई देखकर, सारा जमाना भी दंग रह गया। आब-ओ-हवा भी ऐसी बदली, कि मुझमें बस तू और तुझमें बस मैं रह गया। आब-ओ-हवा ( मौसम, climate, whether) #Contest 6(Hindi) 💌प्रिय लेखक एवं लेखिकाओं, कृपया अपने अद्भुत विचारों को कलमबद्ध कर अपनी लेखनी से चार चांँद लगा दें। 🎀 उपर्युक्त विषय को अपनी रचना में अवश्य सम्मिलित करें