खुद को खो दिया तूने किसी को चाहते हुए। नहीं रहा तेरा खुद का वज़ूद जितने भी जतन तूने किए। फ़िर भी तेरी कोई भी कद्र ना की उन्होंने। सीख ले सबक जो ज़िंदगी ने तुझे हैं दिये। ऐसा भी होता है कई बार ऐसा भी होता है कि किसी को चाहे कर लो कितना भी प्यार, वो उसकी कद्र नहीं करता है। हमारी हर कोशिश हो जाती है नाकाम, जब वो हमारी मोहब्बत को नज़रअंदाज कर अपनी ही दुनिया में रहता है। ऐसा हो तो हमें बेवजह परेशान नहीं होना चाहिए। वो नहीं समझा हमें, ये उसकी समझ का फेर हैं। जिसकी जितनी सोच, वो उससे आगे कैसे बढ़ सकता है। जितना भी कर लो उसके लिए, वो कभी समझ नहीं सकता है। उसने तुम्हारी कद्र नहीं की, ये नुकसान उसी का है। तुम उसकी वज़ह से खुद को ना बदलो। इक दिन वो वापिस आएगा, ये उम्मीद भी तुम ना करो। जो जाना चाहता है उसे जाने दो, उसको रोकने की कोशिश तुम ना करो। ज़िंदगी है चलायमान, वो तो चलती रहेगी। तुम उसका इंतज़ार ना कर, जीवन में आगे बढ़ते रहो।