अब ना मैं हूँ ना बाकी हैं ज़माने मेरे , फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे...!! ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे , अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे..।। #जमाना #मसहूर #फसानें #जिन्दगी