Bharat Ratna गीत यादे बनकर कभी आ जाओ, कोई तो गीत सुना जाओ, हूँ उदास तेरी राहो में, बदली से झाँक मुस्का जाओ, यादे बनकर कभी आ जाओ।। चमको झिलमिल तारे बनकर, बरसो नभ से अंगारे बनकर, महको हरदम बहारें बनकर, बनकर घटा कभी छा जाओ, यादें बनकर कभी आ जाओ।। तू देख ले तो संवर जाऊँ मैं, बनकर खुशबू बिखर जाऊँ मैं, कुछ और अधिक निखर जाऊँ मैं, मीठी आवाज़ सुना जाओ, यादें बनकर कभी आ जाओ।। श्रद्धानंद "चंचल" गीत