मेरे घर का आँगन मेरे कमरे की खिड़की माँ पापा का प्यार याद आता है! अनजान से इस शहर में रह तो लेता हूँ मगर सच कहूँ तो कभी कभी घर बहुत याद आता है!! _प्रज्ञा चंद्र ©Pragya Chandra #Gulaab #gharyaadaatahai #pragyachandra #pcpoetries #merikalamse