ख़्वाइशों में कटौती का निवेश कर रहा हूँ, दिल और दिमांग में अब द्वेष कर रहा हूँ, उम्मीद जब रही नहीं काफ़िर की काया में, छीनकर अब रूह इसे अवशेष कर रहा हूँ। #dearsdare #ummeed #dard #khwahish #kaya