#सुन_सखी नही लागे दिल, साजन गयो परदेश है! यादों में अब दिन गुजरते, विरह में गुजरे रात है! बिन साजन सावन न गुजरे, बस यही दरकार है! अबकी सावन संग साजन, भींगे हम बरसात में! सावन में साजन के संग, बिखेरे रंग हम प्यार के.! #अजय57