एक पुरुष का चेहरा होता है महज़ एक चेहरा एक स्त्री का चेहरा रवायत* होता है । न जाने कितने दंश होते हैं इस चेहरे पर समाज के, समय के, अपनों के, परायों के फिर भी इसको सदा हंसमुख दिखना होता है । स्त्री का चेहरा- कविता जैसा दिखता है लेकिन उपन्यास होता है! *=परंपरा #NeelkiKavita #Poetry #HindiPoetry