भीगते इस मौसम मे भीगती ये आँखें याद दिला रही है मुझे कुछ पुरानी बाते अहसास आज भी है तेरे मेरे प्यार का । याद आज भी है तेरा गुस्सा होना हर बार का । भूलना चाहू भी तो कैसे भुला दु , बड़ी मीठी यादें है मेरे पहली हार का । ©Kishor roy #Remember भीगते इस मौसम मे भीगती ये आँखें याद दिला रही है कुछ पुरानी बाते अहसास आज भी है तेरे मेरे प्यार का । याद आज भी है तेरा गुस्सा होना हर बार का । भूलना चाहू भी तो कैसे भुला दु , बड़ी मीठी यादें है मेरे पहली हार का ।