वो यूँ भी रूठ जायेगी कभी सोचा न था। के वो लोट कर ने आयेगी।। मेरी जरासी नादानी से । वो कुछ यू रूठ जाएगी।। @alfaaz #ruthnamnana ओम भक्त मोहन, बनाम कलम मेवाड की