सेतु होती है घर की स्त्री.. जोड़े रखती है एक दूसरे को.. समेट लेती है सबके विचारों को.. बोझ ढो़ लेती है, जिम्मेदारियों के... पहुंचा देती है सही गंतव्य पर.. #स्त्री #सेतु #बोझ #गंतव्य #yourqoutehindi #tulikagarg