मम्मी-पापा से रिश्तों के मायने समझती हूँ भाई-भाभी,बहन और उनसे ज़िन्दगी जीना सीखती हूँ, अपनेआप को थोड़ा-थोड़ा रोज़ ही संवारती हूँ, मिठासभरे कुछ लफ्ज़ कोरेकागज़ पर उतारती हूँ अपना बचपन ख़ुद मे जीवंत पाती हूँ एहसासों से भरी नई नज़्में सजाती हूँ। Challenge-81 #collabwithकोराकाग़ज़ 43 शब्दों में अपनी रचना लिखिए :) #मिठासऔरएहसास #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba YourQuote Didi YourQuote Baba Aरिफ़ Aल्व़ी #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️ "भाई-भाभी बहन और मेरे उनसे ज़िन्दगी जीना सीखती हुँ"