हमारी दोस्ती को इन झूठे जिद्द से ना तोलों। हमारी दोस्ती की जो तुरपाई हैं उसे यूं अहम से मत खोलों। अपनें प्यारें के शब्दों से बानाये थे कल जो हम रिश्त़े। वो कहतें ह़ै कि अब तुम कुछ मत बोलों।। ©pratibha Singh thakur #दोस