कविता जीवन का रहास्या यह जीवन एक झरना हैं , जो कल - कल ,छल - छल बहता हैं l इन लहरो को ,चीर चीर कर , हमें त्यरते रहना हैं ll यह जीवन एक झरना हैं l सुख ,दुख इस जीवन के ,साथी , आती जाती ,लहरे है l जीवन के इस साराये मे , कुछ पल के लिए ,हम ठहरे हैं "l चन्द दिनो की ,मेह मानी है , आखीर एक दिन ,मरना है ll यह जीवन एक झरना हैं ll यश अप यस ,आशा ,निर आशा l यही जीवन कि ,परी भाषा हैं ll जीवन ,मृतुयू एक अटल सत्य हैं l कार्म ही लेके मारना हैं ll यह जीवन एक झरणा हैं ,यह जीवन एक झरणा हैं ll लीलाधर धोटे ©Leeladhar Dhote jeeva ka Rahashya #covidindia