Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम बिन जीने का अंजाम कैसा हो , शरीर बिन जान , जै

तुम बिन जीने का अंजाम कैसा हो , 
शरीर बिन जान , जैसा हो । 
मृतक शरीर मे प्राण भरती तुम हो , 
मैं जो मैं हूँ , पूर्ण करती तुम हो ।  #कौनहोतुम
तुम बिन जीने का अंजाम कैसा हो , 
शरीर बिन जान , जैसा हो । 
मृतक शरीर मे प्राण भरती तुम हो , 
मैं जो मैं हूँ , पूर्ण करती तुम हो ।  #कौनहोतुम