जरूरी नहीं होता कि किसी के लिए ही स्टेटस बनाए जाते है यह तो दिल की भावनाओं की बात है जो दिल में आ जाता है वही लिख दिए जाते हैं और ना ही किसी को ठेस पहुंचाने के लिए स्टेटस बनाए जाते हैं पूछते हैं लोग जो हमारे लिए बनाया है नहीं यार यह तो खुद ब खुद दिमाग में आए जाते हैं चाहे हमारे स्टेटस अच्छे हैं या बुरे हैं लेकिन हम तो बस लिखकर चले जाते हैं अगर हमारे स्टेटस बुरे हैं तो आपको हक है इसकी आलोचना करने के लिए वह भी हक आपको दिए जाते हैं गलती सुधारना भी एक लेखक के बस में है उसको पुनः ठीक कर लिख दिए जाते हैं स्टेटस