मै आप सभी के दिलो को जीतने आया हूं अपनी एक romantic कविता को लेकर जिसका नाम है .... कविता (तेरी चाहत झूठी या हम झूठे ) पंक्ति वक्त के हर लम्हे का मेहमान बना बैठा हूँ तेरी खूबसूरती का आखिरी हकदार बना बैठा हूँ तेरी चाहत अब नही मुझसे मेरी भूल के कारण फिर भी तेरा इंतजार किए बैठा हूँ Subject content आगे की लाइने हर उन लड़को के लिए जो बेचारे शरीफ तो होते है मगर ये दुनिया उनकी शराफत को नजरअंदाज कर उन्हे बदनाम कर देती है पंक्ति शराफत क्या हैं मेरीतेरी नजरो मे तुझको पता हैं फिर भी जमाने मे बदनाम हुए बैठा हूँ नाम बदनाम तो दिखावा है इस मतलबी दुनिया की पर तेरे लिए अपनी पहचान बनाए बैठा हूँ Subject content जिसे कद्र ही नही मेरे आँसूओ के कीमत की मै उसी से कितना प्यार करता हूँ मै उसी से कितना प्यार करता हूँ पंक्ति मासूमियत देखकर मेरे चेहरे की हर किसी के लफ्जों पर रहता है सिर्फ मेरा नाम एक लबो की हँसी के लिए अपनी मासूमियत छिपाए बैठा हूँ एहसास तो तेरा अबतक कुछ भी नही मुझसे पर सपनो मे भी तेरी परछाई को पहचान बैठा हूँ Subject content ये मेरी कविता की आखरी लाइने है जो हर उन लड़कियों के लिए है जिन्हे भोले भाले लड़को के feelings के साथ खेलने मे बड़ा मजा आता है पंक्ति जिन्दगी भी एक कविता की तरह होती हैं कभी गुलाब के पंखुरीयो मिठी खुशबू तो कभी चुभते हुए काँटो की उफ होती हैं अगर न हो तेरा साथ तो ये कविता टूटकर दर्द भरी शायरीयो मे बिखर जाती हैं और हो अगर मेरे हाँथो मे तेरा हाथ तो यही कविता जिन्दगी की एक खुबसूरत कहानी बन जाती हैं मनीष मै आप सभी के दिलो को जीतने आया हूं अपनी एक romantic कविता को लेकर जिसका नाम है .... कविता (तेरी चाहत झूठी या हम झूठे ) पंक्ति वक्त के हर लम्हे का मेहमान बना बैठा हूँ तेरी खूबसूरती का आखिरी हकदार बना बैठा हूँ तेरी चाहत अब नही मुझसे मेरी भूल के कारण फिर भी तेरा इंतजार किए बैठा हूँ Subject content आगे की लाइने हर उन लड़को के लिए जो बेचारे शरीफ तो होते है मगर ये दुनिया उनकी शराफत को नजरअंदाज कर उन्हे बदनाम कर देती है पंक्ति शराफत क्या हैं मेरीतेरी नजरो मे तुझको पता हैं फिर भी जमाने मे बदनाम हुए बैठा हूँ नाम बदनाम तो दिखावा है इस मतलबी दुनिया की पर तेरे लिए अपनी पहचान बनाए बैठा हूँ Subject content जिसे कद्र ही नही मेरे आँसूओ के कीमत की मै उसी से कितना प्यार करता हूँ मै उसी से कितना प्यार करता हूँ पंक्ति मासूमियत देखकर मेरे चेहरे की हर किसी के लफ्जों पर रहता है सिर्फ मेरा नाम एक लबो की हँसी के लिए अपनी मासूमियत छिपाए बैठा हूँ एहसास तो तेरा अबतक कुछ भी नही मुझसे पर सपनो मे भी तेरी परछाई को पहचान बैठा हूँ Subject content ये मेरी कविता की आखरी लाइने है जो हर उन लड़कियों के लिए है जिन्हे भोले भाले लड़को के feelings के साथ खेलने मे बड़ा मजा आता है पंक्ति जिन्दगी भी एक कविता की तरह होती हैं कभी गुलाब के पंखुरीयो मिठी खुशबू तो कभी चुभते हुए काँटो की उफ होती हैं अगर न हो तेरा साथ तो ये कविता टूटकर दर्द भरी शायरीयो मे बिखर जाती हैं और हो अगर मेरे हाँथो मे तेरा हाथ तो यही कविता जिन्दगी की एक खुबसूरत कहानी बन जाती हैं मनीष मै आप सभी के दिलो को जीतने आया हूं अपनी एक romantic कविता को लेकर जिसका नाम है .... कविता (तेरी चाहत झूठी या हम झूठे ) पंक्ति वक्त के हर लम्हे का मेहमान बना बैठा हूँ तेरी खूबसूरती का आखिरी हकदार बना बैठा हूँ तेरी चाहत अब नही मुझसे मेरी भूल के कारण फिर भी तेरा इंतजार किए बैठा हूँ Subject content आगे की लाइने हर उन लड़को के लिए जो बेचारे शरीफ तो होते है मगर ये दुनिया उनकी शराफत को नजरअंदाज कर उन्हे बदनाम कर देती है पंक्ति शराफत क्या हैं मेरीतेरी नजरो मे तुझको पता हैं फिर भी जमाने मे बदनाम हुए बैठा हूँ नाम बदनाम तो दिखावा है इस मतलबी दुनिया की पर तेरे लिए अपनी पहचान बनाए बैठा हूँ Subject content जिसे कद्र ही नही मेरे आँसूओ के कीमत की मै उसी से कितना प्यार करता हूँ मै उसी से कितना प्यार करता हूँ पंक्ति मासूमियत देखकर मेरे चेहरे की हर किसी के लफ्जों पर रहता है सिर्फ मेरा नाम एक लबो की हँसी के लिए अपनी मासूमियत छिपाए बैठा हूँ एहसास तो तेरा अबतक कुछ भी नही मुझसे पर सपनो मे भी तेरी परछाई को पहचान बैठा हूँ Subject content ये मेरी कविता की आखरी लाइने है जो हर उन लड़कियों के लिए है जिन्हे भोले भाले लड़को के feelings के साथ खेलने मे बड़ा मजा आता है पंक्ति जिन्दगी भी एक कविता की तरह होती हैं कभी गुलाब के पंखुरीयो मिठी खुशबू तो कभी चुभते हुए काँटो की उफ होती हैं अगर न हो तेरा साथ तो ये कविता टूटकर दर्द भरी शायरीयो मे बिखर जाती हैं और हो अगर मेरे हाँथो मे तेरा हाथ तो यही कविता जिन्दगी की एक खुबसूरत कहानी बन जाती हैं मनीष #MOKSHA