कब इक ही गुल पे बैठी हैं ये लम्हों की तितलियां ना थकतीं हैं ना रुकती हैं ये रहती हैं सदा जवां लम्हों की तितलियाँ क्यों पकड़ में नहीं आतीं। #लम्हे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #अंजलिउवाच #गुल #जवां