वो जब भी हमसे वफाओ का सिला मांगते थे तो हम भी उनकी पनाहो में भूल करते थे मेरी निगाह में उनके ख्याल पलते थे उनकी हर बेरुखी हस कर क़ुबूल करते थे ,,, banshi kushmesh singh bb APNI BAAT