ये तेरी यादे जगाती है मुझे जब ये जहां सो जाता है सुना है तुझको रातो में अब कोई और जगाता है । मेरी हर सुबह का वजूद तेरी यादों में खो जाता है सुना है तेरी सहर का आफ़ताब अब कोई और कहलाता है । जब शाम ढले मेरे दिल मे तन्हाई का मेला लग जाता है सुना है मेरी यादो के डर से वो तेरी दर पे पहरा लगता है । मेरी ग़ज़लों का उनकी बज्म में अब ना कोई मिसरा उठता है सुना है तेरी महफ़िल में ग़ालिब अब कोई और कहलाता है ।। #yqbaba #yqdidi #yopowrimo #ghazal #suna_hai