मांझी में भी तुममें ही गुम तुममें ही खोई हुई.. याद उन विचारों अपेक्षाओं की.. जिनमें होती थीं मुलाकातें तुमसे.. बाहों में तुम्हारे कसमसाई सी.. आज सामने देख खुद से ख़ुद में लजाई सी.. तुम्हारे प्रेम अनुरोध के समक्ष... #avai👀 #ku6_b🤦🏻♀️ #random #ek_aparchit #YourQuoteAndMine Collaborating with Aparchit