जब मुझ में वो खालीपन होगा, खालीपन अर्थात् कोई रूप, भावना, ख्याल, चेतना न होगी, ना होगी कोई ज्ञान इन्द्रियां और ना ही छती इंद्री होगी, वस्तु भी न कोई होगी, कुछ देखना, सुनना, कहना नहीं होगा, ना महक ना आवाज़ ना ही कोई लालसा बाकी होगी, न शरीर का होना होगा, ना, मस्तिष्क भी नहीं होगा, तब मुझमें सिर्फ खालीपन होगा मेरा अपना स्वभाव भी ना होगा इस खालीपन में तू अर्थात् तब मुझमें बस तू होगा।। मेरा खालीपन तुझी से भरा होगा।। दर्शनशास्त्र। #philosophy #truth #brahm #wo_hai