मन कर रहा है आज खेलने को कुछ मन की बात मन से करने को चलो मन कहीं दूर चलते हैं और आज अपने मन की करते हैं कभी कभी मन की करनी चाहिए कभी-कभी बात उसकी भी रखनी चाहिए वो क्या है न कि मन करता है ये करने को।मन करता है वो करने को। आज अपने मन की करते हैं कहीं दूर चलते हैं मन कर रहा है आज खेलने को चलो मन आज गोलगप्पे भल्ले पापड़ी खाते हैं वो क्या है न कि मन करता है मन ये करता है मन वो करता है आज मंगाने को कर रहा है चलो मन गाते हैं मन गा रहा है मन सुन रहा है मन ही मन वो अपने बन रहा है। मन है न वो तो कुछ भी करेगा मन आज उड़ने को कर रहा है चलो मन उड़ते हैं कल्पना के पंख उसको पहनाते हैं। वो क्या है न की मन की सुननी होती है मन की करनी होती है मजा आता है मन की करने को मन आज दौड़ना चाहता है इस दौड़ में हार जाना चाहता है। मन को थका करें सुला देना चाहता है ताकि मन ही ना करें बहुत हो गया मन की अाज के लिए #devinasri#poetry#maan#spane#bahut#💓💓🙂😚😚