आजकल तेरी ग़ज़ल का उनमान ही कुछ बदला बदला सा है एक वक्त था जब इसका मतला और मक़्ता सिर्फ़ मैं हुआ करता था (मतला - ग़ज़ल का पहला शेर, मक़्ता - ग़ज़ल का आखरी शेर) #yqbaba #yqdidi #ghazal #unmaan #matla #makta #dreamsaler