कि आज चलने कि पहल की है तो चलने दो उन मासूम अल्हड़ ख्वाहिशों को भीतर मेरे थोड़ा और पलने दो। जो बुरे वक्त की दहलीज़ पे डग्मगाऊँ मैं तो सहारा मत दो, मुझे खुद संभलने दो गर एक पड़ाव भी पार करूँ तो मुस्करा लेना, मैं वक्त की हर बेवफ़ाई झेल जाउंगी बस तुम साथ हो ऐहसास इतना करा देना । ©नैना सिंह #HumTum #ihaveyou #Love #nojotodailyquotes #vaqtkimaar #nojotohindipoetry #ishqmubarak