अनजान साहिलों पे एक किनारा मिला। अंधेरे भवर मैं एक शिकारा मिला। नाते तो कई जुड़े नजर खुलते ही। बस कुछ दूर चलते ही वो छलावे निकले। ना जाने क्या कुदरत हैं, आपका आना मेरी किस्मत हैं। गैरो के बीच अपना मिला। आज मुझे दोस्त तू एक खज़ाना मिला। Friendship day poem, #Yaari #friends #friendforever #life #nojatohindi #NojotoYaari