तुमसे है सनम बस इतनी सी मेरी अरदास, जाने ना देना कभी तुम इश्क़ की मिठास। सुप्रभात| इस पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें! प्रिय लेखकों अपनी ज़बान के साथ अपने विचारों को इस विषय पर प्रकट करें| सबसे अच्छी रचनाएँ समूह द्वारा हाईलाइट प्राप्त करेंगी|