तन्हा रहते है महफ़िल ए ज़िन्दगी में भी लेकिन इक तेरे दीदार बिना ये दिल भी हमें जीने नहीं देता। किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता #क़िस्त_दर_क़िस्त #मौत_से_पहले_मर_जाना #मौत_सा_कुछ_है_तुझसे_दुर्_होना #मरना_तो_है_एक_दिन_सबको