Nojoto: Largest Storytelling Platform

थकता भी नहीं मैं गुनाह करके ऐं खुदा थकता भी नहीं त

थकता भी नहीं मैं गुनाह करके
ऐं खुदा
थकता भी नहीं तू सुलाह करते
अंदाज़ा हो गया तेरी मोहब्बत का
बिगड़ता रहा मैं,तू इशारे देता रहा बुला करके
थकता भी नहीं मैं गुनाह करके
ऐं खुदा
थकता भी नहीं तू सुलाह करते
अंदाज़ा हो गया तेरी मोहब्बत का
बिगड़ता रहा मैं,तू इशारे देता रहा बुला करके