कृष्ण तो है तैयार मगर , क्या राज़ी उनकी राधा है ? Full poetry in caption ⬇️ कृष्ण खड़े वृषभानु के द्वारे राह निहारे राधा की , राधा भी कपाट के पीछे स्मरण कर रही कान्हा की , लोक - लाज के भय के कारण प्रेम मिलन नहीं हो पा रहा है, कृष्ण तो है तैयार मगर , क्या राज़ी उनकी राधा है ?